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Group Captain Abhinandan Varthaman Biography in Hindi, (बालाकोट एयर स्ट्राइक के हीरो ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान जीवनी), Abhinandan Varthaman Family, Age, Career, Wife, Vir Chakra, MiG 20, बालाकोट एयर स्ट्राइक, Balakot Air Strike, अभिनंदन वर्धमान वीरता के किस्से,
बालाकोट एयर स्ट्राइक के हीरो Group Captain Abhinandan Varthaman (ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान) को भारत सरकार ने किया वीर चक्र से सम्मानित, उनकी वीरता के किस्सों को जानकर आप भी उन्हें सलाम करेंगे।
जिस देश की सरहद की निगहबान आँखें हैं, उस देश की सरहद को कोई छू नहीं सकता
हमारे देश में ऐसे कई वीर जवान हैं, जिन्होंने अपना सब कुछ देश की रक्षा के लिए कुर्बान कर दिया है। भारत के कई योद्धाओं ने दुश्मनों के ज़मीन में घुसकर उन्हें सबक सिखाया है। Group Captain Abhinandan Varthaman (ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान) इन्हीं वीर जवानों में से एक हैं, जिनका नाम आज हम सभी जानते हैं। शत्रु के घर में घुसकर उन्हें सबक सिखाने वाले श्री अभिनंदन की वीर गाथा आज पूरी दुनिया में सुनाई जाती है।
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बालाकोट एयर स्ट्राइक हीरो और पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को तबाह करने वाले अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthaman) को भारत सरकार ने उनकी बहादुरी के लिए वीर चक्र से नवाजा गया, साथ ही साथ उन्हें विंग कमांडर (Wing Commander) से ग्रुप कैप्टन (Group Captain) भी बनाया गया। आइए इस लेख में हम जानते हैं, की बिना किसी डर के देश के लिए शत्रु के घर में घुसकर उन्हें सबक सिखाने वाले ग्रुप कैप्टन श्री अभिनंदन वर्धमान की वीरता के कुछ प्रेरणादायी किस्से।
नाम (Name) | अभिनंदन वर्धमान |
जन्म की तारीख | 21 जून 1983 |
उम्र (Age) | 39 साल (2022 तक) |
जन्म स्थान | तमिलनाडु |
होमटाउन | चेन्नई, तमिलनाडु, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
स्कूल | सैनिक कल्याण स्कूल, चेन्नई, अमावतीनगर |
महाविद्यालय | राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) |
सेवा (Service) | भारतीय वायु सेना |
रैंक (Rank) | ग्रुप कैप्टन (Group Captain) |
Group Captain Abhinandan Varthaman का जन्म 21 जून 1983 को, तमिलनाडु के कांचीपुरम से लगभग 19 किमी (12 मील) दूर थिरुपनमूर गांव के एक साधारण परिवार हुआ। वे बचपन से ही देश की सेवा करना चाहते थे। उनके पिता और दादा भी भारतीय सेना के अधिकारी रह चुके हैं।
उनके पिता सिम्हाकुट्टी वर्धमान एक सेवानिवृत्त भारतीय वायु सेना (IAF) एयर मार्शल (OF-8) हैं, और उनकी माँ शोभा वर्धमान पेशे से एक डॉक्टर हैं। अभिनंदन में वीरता के गुण बचपन से ही मौजूद थे। इनके पिता ने कारगिल युद्ध के दौरान भी प्रमुख पद पर रहते हुए अपनी सेवाएं प्रदान की थी, वही इनके दादा भी द्वितीय विश्व युध्द के समय वायु सेना में थे।
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सैनिक स्कूल, अमरावतीनगर से पूरी की, और उसके बाद, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (National Defense Academy) से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। और 19 जून 2004 को एक फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में IAF के कॉम्बैट (फाइटर) स्ट्रीम में शामिल हुए।
अभिनंदन के करीबी दोस्त बताते हैं, कि उन्होंने अपनी स्कूल की दोस्त तन्वी मारवाह से शादी की है। दोनों एक दूसरे को पांचवी कक्षा से जानते थे। हालांकि दोनों के बीच प्यार का रिश्ता भी था, इस बात के बारे में बहुत कम लोग जानते थे। कॉलेज में दोनों ने एकसाथ ही माइक्रोबायोलॉजी की डिग्री हासिल की थी। तन्वी मरवाह ने वायु सेना में एक स्क्वाड्रन लीडर के रूप में भी काम किया है, और वह एक हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में सेवानिवृत्त हैं। उनके दो बच्चे भी हैं।
पिताजी का नाम | सिम्हाकुट्टी वर्धमान |
माताजी का नाम | शोभा वर्धमान |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पत्नी का नाम | तन्वी मरवाहा (एयरफोर्स ऑफिसर) |
बच्चे | 2 बच्चे (बेटा – तविष, बेटी – ज्ञात नहीं ) |
कद (हाईट) | 5 फीट, 10 इंच |
वज़न | 70 Kg |
शारीरिक माप | 42-31-33 |
छाती (Chest) | 42 इंच |
कमर (Waist) | 31 इंच |
बाइसेप्स का साइज | 14.5 इंच |
आंखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Vardhman) को अपने 15 साल के करियर में दो बार पदोन्नत किया गया है। पहले उन्हें एक कुशल सुखोई 30 फाइटर पायलट (Fighter Pilot) का खिताब मिला। बाद में उनके युद्ध कौशल को देखते हुए, उन्हें विंग कमांडर (Wing Commander) के रूप में पदोन्नत किया गया। इसके बाद उन्हें मिग 21 (MiG 21) सौंप दिया गया। उनकी वायुसेना की ट्रेनिंग भटिंडा और हलवारा में हुई है। वह सूर्य किरण एक्रोबैटिक टीम से हैं।
14 फरवरी 2019 को पुलवामा के अवन्तिपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के काफिले को निशाना बनाकर हमला किया था। इस कायराना हमले में 40 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। जिसे कारण सभी भारतवासी भड़क गए थे।
पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाक-अधिकृत कश्मीर (POK) में घुसकर आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप को तबाह कर दिया। इसी के चलते पाकिस्तान ने 27 फरवरी को सबसे घातक लड़ाकू विमान एफ-16 के साथ अपनी वायु सेना को भारतीय सीमा में भेज दिया।
उसी वक्त Wing Commander Abhinandan Varthaman ने मिग 21 (MiG 21) से दुश्मन पर जोरदार प्रहार किया। उन्होंने एफ-16 जो पाकिस्तान का लड़ाकू विमान था उसे मार गिराया। लेकिन इसी बीच उनका विमान (MiG 21) भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया, और अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तानी सेना ने अपने कब्जे में ले लिया। लेकिन इसके बाद भी Abhinandan Varthaman ने बिना घबराए अपनी बहादुरी से पाकिस्तानी सेना की प्रताड़ना का जवाब दिया।
आखिरकार, भारत और अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण, 1 मार्च को पाकिस्तान ने श्री अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthaman) को रिहा कर दिया और उन्हें भारतीय सेना को सौंप दिया। भारतीय वायुसेना के अधिकारी के मुताबिक Group Captain Abhinandan Varthaman (ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान) रिहाई जिनेवा संधि के तहत हो गयी। इस घटना के बाद श्री अभिनंदन वर्धमान देश के हीरो बन गए।
इस संधि के अनुसार युद्ध में बंदी बनाए गए सैनिकों से केवल उनके नाम, सैन्य रैंक, संख्या और यूनिट संबंधी जानकारी मांगी जा सकती है। उनके साथ किसी भी तरह की हिंसा या उनका अपमान नहीं किया जा सकता। इस संधि के अनुसार बंदी सैनिक को धमकी भी नहीं दी जा सकती, अगर सरकार चाहे तो उन पर मुकदमा चला सकती है।
बालाकोट एयर स्ट्राइक में अपना जज्बा दिखाने वाले श्री अभिनंदन वर्थमान को भारत सरकार द्वारा वीर चक्र से सम्मानित किया गया। इतना ही नहीं उनके बहादुरी को देखते हुए नवंबर, 2021 को उन्हें विंग कमांडर से ग्रुप कैप्टन बना दिया गया। Group Captain Abhinandan Varthaman आज हर किसी के हीरो बन गए हैं, उनकी वीरता की प्रशंसा हर जगह की जाती है।
Group Captain Abhinandan Varthaman (ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान), जिन्होंने बालाकोट हवाई हमले के दौरान पाकिस्तान में घुसकर दुश्मन के आधुनिक एफ-16 विमान को तबाह कर दिया, आज करोड़ों लोगों के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने अपनी मेहनत और अदम्य साहस के बल पर ही सफलता की एक नई कहानी लिखी है।
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सामान्य प्रश्न:
Ans: अभिनंदन वर्धमान एक भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन है, जिन्होंने पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए 26 फरवरी को पाक-अधिकृत कश्मीर (POK) में घुसकर मिग 21 (MiG 21) से दुश्मन पर जोरदार प्रहार किया, और पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को ध्वस्त किया, साथ ही आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप भी तबाह किये।
Ans: Group Captain Abhinandan Varthaman का जन्म 21 जून 1983 को तमिलनाडु के कांचीपुरम से लगभग 19 किमी (12 मील) दूर थिरुपनमूर गांव के एक साधारण परिवार हुआ।
Ans: Group Captain Abhinandan Varthaman की उम्र 39 साल (2022 तक) है।
Ans: हां, अभिनंदन वर्धमान शादीशुदा है। उन्होंने अपनी स्कूल की दोस्त तन्वी मारवाह से शादी की है। तन्वी मरवाह ने वायु सेना में एक स्क्वाड्रन लीडर के रूप में भी काम किया है, और वह एक हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में सेवानिवृत्त हैं।