Physical Address
304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124
Real Life Motivation
Edelweiss CEO Radhika Gupta Biography in Hindi (एडलवाइस की सीईओ राधिका गुप्ता), Radhika Gupta Edelweiss, Family, Early Life, Net Worth, Husband,
अपनी गर्दन टूटने की वजह से 6 बार नौकरी से किया था रिजेक्ट, आज अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाकर श्रीमती राधिका गुप्ता ने बनाई करोड़ों की कंपनी।
राधिका गुप्ता (Radhika Gupta) जी ने, शारीरिक रूप से अक्षम होने के बावजूद एक व्यवसायी के रूप में अपनी पहचान बनाई। 39 वर्षीय राधिका गुप्ता आज एडलवाइस ग्लोबल एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (Edelweiss Asset Management Limited) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं। वह एक बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी में सीईओ का पद संभालने वाली पहली भारतीय महिला हैं।
Edelweiss CEO Radhika Gupta जी ने अपने जीवन में कई सारे उतार-चढ़ाव देखे हैं। इतना ही नहीं, उन्हें जन्म से ही गर्दन की बीमारी थी, जो उन्हें सामान्य लोगों से अलग बनाती थी। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कभी भी अपनी कमजोरियों को खुद पर हावी नहीं होने दिया और आज उन्होंने सफलता की एक नई कहानी (Success Story) लिखी है। आइए इस लेख में जानते हैं, श्रीमती राधिका गुप्ता की प्रेरक कहानी, जिन्होंने अपनी चुनौतियों को अपनी ताकत बनाया।
Table of Contents
1983 में पाकिस्तान में जन्मीं एडलवाइस की सीईओ राधिका गुप्ता जन्म से ही शारीरिक रूप से कमजोर थीं। उनकी गर्दन सामान्य से अलग थी। जन्मजात विकृतियों के कारण राधिका गुप्ता की गर्दन हमेशा के लिए टेढ़ी हो गई थी। श्रीमती राधिका गुप्ता के पिता योगेश गुप्ता पाकिस्तान में एक भारतीय राजनयिक (Indian Diplomat) के रूप में तैनात थे। इसलिए राधिका गुप्ता को नई संस्कृतियों और भाषाओं को सीखने में काफी दिक्कत होती थी।
शुरुआत में राधिका अपनी गर्दन को लेकर खुद जागरूक थीं, लेकिन समय के साथ उन्होंने अपनी इस कमी को स्वीकार कर लिया। राधिका बचपन से ही पढ़ाई में तेज थी। उनके घर में सभी ने उच्च शिक्षा प्राप्त की थी, इसलिए राधिका पर भी काफी दबाव था। पिता के देश-विदेश ट्रांसफर के कारण राधिका को नए माहौल में ढलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। तब उनके परिवार ने उन्हें इंटरनेशनल अमेरिकन स्कूल भेजने का फैसला किया, जहां बड़े परिवारों के बच्चे पढ़ते थे।
नाम (Name) | राधिका गुप्ता |
जन्म की तारीख | 1983 |
उम्र (Age) | 39 साल (2022 तक) |
जन्म स्थान | पाकिस्तान |
वर्तमान निवास | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पेशा (Occupation) | सीईओ, एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड |
नेटवर्थ (Net worth) | लगभग $30 मिलियन डॉलर |
Radhika Gupta पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय से प्रबंधन और प्रौद्योगिकी में जेरोम फिशर प्रोग्राम से स्नातक हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेन्सिलवेनिया स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड एप्लाइड साइंस से कंप्यूटर साइंस में बैचलर ऑफ़ साइंस की डिग्री प्राप्त की, और 2005 में यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेन्सिलवेनिया – द व्हार्टन स्कूल से अर्थशास्त्र में बैचलर ऑफ़ साइंस की डिग्री (Concentrations in Finance and Management) प्राप्त की।
एडलवाइस की सीईओ राधिका गुप्ता ने सुम्मा कम लाउड स्नातक की उपाधि भी प्राप्त की। ये एक ऐसे छात्र को दिया जाने वाला सम्मान है, जिसका ग्रेड पॉइंट एवरेज (GPA) 3.80 और 4.00 के बीच है।
पिताजी का नाम | योगेश गुप्ता |
माँ का नाम | आरती गुप्ता |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पति का नाम | नलिन मोनिज़ |
परिवार के दबाव से परेशान राधिका ने खेल में अपना करियर बनाने का सोच लिया। इस पर उनके परिवार ने उन्हें ‘ब्रिज’ खेलने की सलाह दी क्योंकि 40 साल से ऊपर के लोग ही इस खेल को खेलते हैं, इसलिए परिवार ने सोचा कि तब तक एक सफल राधिका अपना करियर बनाएगी। लेकिन राधिका ने मात्र 13 साल की उम्र में ही इस गेम को खेलना सीख लिया था।
लेकिन, हमेशा यूनिवर्सिटी टॉपर रही राधिका को कैंपस रिक्रूटमेंट में बार-बार असफलताओं का सामना करना पड़ा। एक समय ऐसा भी आया जब उन्होंने आत्महत्या करने के बारे में भी सोचा। बाद में उन्होंने अपने आप को संभाल लिया। राधिका गुप्ता ने आत्महत्या का विचार छोड़ कर अपनी पहचान बनाने का फैसला किया। आखिरकार उन्हें मैकिन्से एंड कंपनी में काम करने का मौका मिला।
उन्होंने, साल 2006 में AQR ग्लोबल एसेट एलोकेशन टीम के साथ भी काम किया। 2008 में, जब वैश्विक मंदी थी, राधिका ने अपने दो सहयोगियों, नलिन मोनिज़ और अनंत जटिया के साथ, भारत आने और एक फाइनेंशियल बिजनेस सर्विस शुरू करने का फैसला किया। वह अपने पति के साथ वापस भारत लौट आई और अपनी बचत (25 लाख रुपये) के साथ अपनी खुद की कंपनी ‘फॉरफ्रंट कैपिटल’ शुरू की।
मात्र 25 लाख रुपये से शुरू हुई Radhika Gupta जी की कंपनी ने एक साल के अंदर दो करोड़ तक का आंकड़ा पार कर लिया। जब उन्होंने अपनी कंपनी Forefront Capital एडलवाइस को बेच दी, तब तक ये आंकड़ा 200 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था। जिसके बाद श्रीमती राधिका गुप्ता (Radhika Gupta) 2017 में, Edelweiss की सीईओ बनीं और इस कंपनी के कारोबार को 20,000 करोड़ तक ले गईं।
अब उनका लक्ष्य 2025 तक कंपनी के कारोबार को दो लाख करोड़ तक पहुँचाने का है। उनकी कंपनी, एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट (Edelweiss Asset Management) ने एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट (HDFC Asset Management) कंपनी और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट (ICICI Prudential Asset Management) कंपनी जैसे बड़े प्रतिद्वंद्वियों के बावजूद बाजार में अपना दबदबा बनाए रखा है।
अपने जुनून और कड़ी मेहनत के लिए पहचानी जाने वाली Edelweiss CEO Radhika Gupta जी का मानना है, कि किसी भी सीईओ को जमीनी स्तर से जुड़ने, कर्मचारियों से मिलने और सुनने के लिए उनके साथ कम से कम एक घंटा बिताना चाहिए। उनका मानना है कि उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रारंभिक उत्साह और दृढ़ संकल्प आवश्यक है, और सफल होने के लिए कड़ी मेहनत पर विश्वास करना चाहिए।
आर्थिक मामलों में महिलाओं की समझ पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में राधिका गुप्ता ने महज 25 साल की उम्र में खुद की म्यूचुअल फंड कंपनी शुरू कर सफलता की नई कहानी (Success Story) लिखी है।
सामान्य प्रश्न:
Ans: राधिका गुप्ता एडलवाइस ग्लोबल एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (Edelweiss Asset Management Limited) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं।
Ans: राधिका गुप्ता का जन्म 1983 में पाकिस्तान में हुआ।
Ans: लगभग $30 मिलियन डॉलर
Ans: नलिन मोनिज़ (Nalin Moniz)